किसानों की चिंता बढ़ी, धान की बालियों में आने लगा है अंकुरण

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     किसानों की चिंता बढ़ी, धान और दलहन-तिलहन फसल को नुकसान

    धान की बालियों से आने लगा है अंकुरण

    खराब मौसम और रुक-रुक कर हो रही बारिश से खेतों में तैयार खरीफ धान फसल खराब होने लगी है। धान के बालियों से अंकुर निकल रहा है। लगातार धान की बालियां पानी में भीगने से सड़ने लगी है। वहीं खेतों में लगी दलहन-तिलहन भी अब बारिश से सड़ने गलने लगी है। बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।

    खराब मौसम और बारिश से अंचल के किसान पिछले 15 दिनों से परेशान है। आए दिन आसमान में घने बादल छाने और बेमौसम बरसात हो रही है, जिससे किसानों की कमर तोड़ रही है। भारी बरसात से किसानों के खेतों में धान फसल सड़ने लगी है तथा दलहन और तिलहन भी गलने लगी है। लंबे समय बाद भी मौसम में कोई सुधार नहीं हुआ है। 21 नवंबर की सुबह से शाम तक आसमान में घने बादल छाए हुए थे। और रुक रुक कर बरसात भी होती रही।

    भेंडरा, बागौद क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई है। वहीं धमतरी के आसपास के कुछ गांवों में बूंदाबांदी बारिश भी हुई है। इस बारिश से किसानों की धान फसल और भींग गई। लगातार हो रही बेमौसम से किसानों की धान को भारी नुकसान हुआ है। खेतों की जमीन गीली होने और पानी भरने से दलहन-तिलहन फसल सड़ने गलने लगी है। इस साल खराब मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। दिनभर  आसमान में घने बादल छाए हुए होने से सुबह लोग गर्म कपड़ों के साथ घरों से बाहर निकले। कई जगहों पर अलाव भी जलते नजर आए।

    27 मिमी औसत बारिश

    भू अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के अनुसार 22 नवंबर को जिले में 27 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है। मगरलोड तहसील में सबसे अधिक 15 मिमी बारिश हुई है। धमतरी में दो मिमी, कुरूद में 5 और कुकरेल में 4 मिमी बारिश हुई है। जबकि नगरी और भखारा में बरसात नही हुई है। कृषि उप संचालक जीएस कौशल ने बताया कि बेमौसम बारिश किसानों की धान फसल के लिए नुकसानदायक है। कृषि, राजस्व और फसल बीमा कंपनी के अधिकारी कर्मचारी जिले के सभी ब्लॉकों में नुकसान का आंकलन कर रहे हैं। तीन से चार दिनों में सभी रिपोर्ट जिला प्रशासन के समक्ष सौंपेंगे। ताकि प्रभावित किसानों को शासन की योजनाओं का लाभ मिल सके।

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