साइबर ठगों ने पुलिस से बचने का एक नया तरीका अपनाया है। ऑनलाइन विज्ञापन के माध्यम से युवाओं को नौकरी देने का झांसा देकर वेतन के नाम पर उनके अकाउंट खुलवाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, ये युवाओं से उनके अकाउंट को कंपनी का कथित मोबाइल नंबर अंकित करवाते हैं, ताकि सारा संदेश उनके पास ही आए। अकाउंट खुलने के बाद ठगों के एजेंट खाताधारको से मिलकर जांच के नाम पर पासबुक, एटीएम कार्ड ले लेते हैं।
SECURITY ALERT❗ |
ये अज्ञात एजेंट को पासबुक, एटीएम कार्ड और पिन पहुंचा देते हैं। बेरोजगारों की न तो नौकरी लगती है और न ही वेतन मिलता है। ठग अपना काम साधने के लिए अकाउंट खुलवाते हैं। इसको लेकर रायपुर साइबर पुलिस ने अलर्ट किया है।
अकाउंट से ट्रान्सफर
साइबर ठग ऑनलाइन पैसे को एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर करते हैं, वह पकड़े भी जाते हैं तो पैसे रिटर्न नहीं हो पाते।
इसलिए खुलवाते हैं खाता
साइबर एक्सपर्ट मोहित साहू ने बताया है कि साइबर ठगों को पैसे ट्रांसफर करने के लिए अलग – अलग खातों की ज़रूरत होती है। यह नया तरीका निकाला है। बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर खाता खुलवाते हैं। उनके अकाउंट का उपयोग नाइन ठगी की रकम ने करते हैं। इससे पकड़े जाने की संभावना नहीं रहती है।
पहले करें पूरी पड़ताल
अगर किसी भी कंपनी द्वारा नौकरी देने की बात कही जा रही है तो उसकी पहले अच्छे से जांच कर लें। कंपनी ऑनलाइन खाते भी खुलवाती है। इस दौरान ध्यान रखें कि अपना मोबाइल नंबर दें, किसी भी व्यक्ति को एटीएम कार्ड नंबर या एटीएम कार्ड और पासबुक न दें।
मध्यप्रदेश में पकड़ा गया था गिरोह
नौकरी का झांसा देकर खोले खाते के मामले में मध्यप्रदेश भोपाल की पुलिस ने छः आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले का भंडाफोड़ होने के बाद सभी जगह अलर्ट किया गया है।
ठगी का नया पैंतरा, रायपुर पुलिस ने किया अलर्ट
साइबर ठगी से बचने के लिए पुलिस ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से लगातार जागरूक कर रही है। नौकरी के दिलाने वाले गिरोह से अलर्ट रहने की जरूरत है।
दोस्तों आप लोग भी ऐसे नौकरी का झांसा देने वाले लोगों से सावधान रहें, सतर्क रहें। और दूसरों को भी अलर्ट करें।