सड़क किनारे घूमते देखे जा रहे हैं तेंदुए
पिछले महीने पिंजरे में कैद हुआ था तेंदुआ |
वन विभाग द्वारा पूर्व में लगाए गए पिंजरे में भले ही तीन तेंदुआ पकड़ में आ गया हो पर वहां के इलाके में तेंदुओं के खौफ अब भी लोगों के मन में बना हुआ है। शाम के बाद लोगों का घर से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं है, वहां के क्षेत्र में तेंदुओं की संख्या कितनी है ये बता पाना संभव नहीं है। लेकिन तेंदुआ वहां आए दिन अलग-अलग जगहों पर नजर आ रहे हैं।
बीते रात 10 बजे सेमरा से बीड़गुड़ी के बीच रास्ते में तेंदुआ देखा गया जो सड़क पार कर रहा था। जिसे लोगों ने कैमरे में कैद कर लिया। वही स्थानीय लोगों की मानें तो लक्ष्मी पूजा की रात को सिहावा के गणेशघाट में दो तेंदुए को देखा गया था। उसी रात सुबह 5 बजे सिहावा पर्वत के नीचे एक घर में घुसकर बरामदे में पानी पी रहा था। घर के अंदर मौजूद लोगों की शोर से तेंदुआ वापस पहाड़ी में भाग गया।
तीन बच्चों की जान गई है तेंदुए के कारण
तेंदुए के हमले से वहां के इलाके में तीन बच्चों की जान जा चुकी है। जिसके बाद से वन विभाग के खिलाफ लोगों का गुस्सा देखा गया था। और सिहावा के बस स्टैंड में लोगों ने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी लगा कर वहां चक्का जाम कर दिया था। तब कहीं जाकर आनन फानन में अलग अलग जगहों पर वन विभाग ने पिंजरे लगाए थे। जिसमें दो तेंदुआ कैद भी हुआ जिसे टाइगर रिजर्व में छोड़ दिया गया।
लोगों में वन विभाग के खिलाफ नाराजगी
तेंदुआ के डर से लोग काफी डरे सहमे हुए हैं तो उधर वन विभाग की मनमानी से लोग काफी नाराज भी है क्योंकि बीते हुए दिनों में जब तेंदुआ पकड़ में आया था तो लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पीसीसी उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक अंबिका मरकाम तथा पूर्व विधायक श्रवण मरकाम समेत लोगों ने तेंदुआ को जंगल सफारी में छोड़ने की मांग की गई थी। और तेंदुए की फिजिकल टेस्ट करना चाहिए यदि वे आदमखोर निकला तो उसे जंगल सफारी में रखना चाहिए और यदि नहीं हुआ तो अभ्यारण्य में छोड़ देना चाहिए। बताया था की यहीं पास में ले जाकर छोड़े हैं जिससे वह फिर वापस लौट जायेगा और वहां के बाशिंदों के लिए खतरा है। वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे को हटा दिया है जिसे लेकर लोगों में आक्रोश है।
वन विभाग के अधिकारी कहते हैं कि निगरानी कार्य चल रहा है लोगों को समझाइश दी जा रही है जबकि हकीकत कुछ और ही है। एसडीओ हरीश पांडे ने कहा कि इलाके में अब भी तेंदुआ की मौजूदगी है। सूचना मिलते ही सिहावा में लगे सभी पिंजरे हटा दिए गए हैं।
टाइगर रिजर्व क्षेत्र के लोगो में दहशत
पूर्व में पकड़ाए गए तेंदुआ को टाइगर रिजर्व के अर्सिकनहार रेंज में छोड़ा गया था। जिसके बाद वनांचल क्षेत्र में भी तेंदुए की धमक लगातार देखी जा रही है। सांडबहरा और बोइरगांव के लोगों ने बताया कि शाम होने के बाद आए दिन गांव में तेंदुआ घुस जाता है जिससे शाम के बाद घर से लोग बाहर नहीं निकल पाते हैं।