School College News : ऑनलाइन परीक्षा के साइड इफैक्ट:अब छात्र उत्तर लिखने वाले किराए के टीचर या प्रोफेशनल भी खोज रहे

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    पं. रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी ऑनलाइन परीक्षा में इस बार अलग ट्रेंड दिख रहा है। ग्रुप बनाकर छात्र किताब खरीद रहे हैं, क्योंकि वे ग्रुप में ही परीक्षा लिखेंगे। हद तो ये है कि बाजार में किताबों के साथ अब उत्तर लिखने वाले टीचर और प्रोफेशनल लोगों को भी बच्चे खोज रहे हैं। 

    ऑनलाइन परीक्षा के साइड इफैक्ट:अब छात्र उत्तर लिखने वाले किराए के टीचर या प्रोफेशनल भी खोज रहे
    Pt. Ravishankar Shukla University

    उन्हें एक पेपर के लिए दो हजार रुपए तक देने की बात भी आ रही है। कुलसचिव ने कहा कि इसका अंदेशा था। परीक्षा के दिशा-निर्देश में यह है, कि प्रत्येक छात्र को खुद ही परीक्षा देनी होगी। किसी छात्र की शिकायत मिली तो हैंडराइटिंग का मिलान किया जाएगा। जानिए, क्या-क्या हो रहा है इस बार:-


    एक ने कहा-नौकरी में हूं, छुट्‌टी नहीं मिलेगी, लिखवा लूंगा

    बी. कॉम का एक छात्र वरुण (बदला हुआ नाम) कहता है कि उसे रोज नौकरी में जाना पड़ रहा है। छुटि्टयां मिलती नहीं। मैंने दो साल पहले बी. कॉम सेकंड ईयर करके छोड़ दिया था।


    इस बार ऑनलाइन परीक्षा में काफी सुविधाएं हैं। छुट्‌टी नहीं भी मिली, तो किसी से लिखवा लूंगा। सुना है, ऐसे लोग घूम रहे हैं, जो एक-डेढ़ हजार में पेपर लिख देंगे।


    सभी देना चाहते हैं परीक्षा क्योंकि पास होने की गारंटी

    ऑफलाइन परीक्षा यानी जब सेंटर में पेपर होते थे तब 5 से 7 प्रतिशत छात्र अनुपस्थित रहते थे। लेकिन ऑनलाइन मोड की परीक्षा में उपस्थिति का आंकड़ा ज्यादा है।


    ऑनलाइन परीक्षा के लिए कॉलेजों से आंसरशीट बांटे जा रहे हैं। कॉलेजों से मिली जानकारी के मुताबिक दो-चार छात्रों को छोड़ दिया जाए तो अधिकांश ने आंसरशीट ले ली है।


    ग्रुप बनाकर परीक्षा देने की चर्चा इसलिए किताब भी खरीद रहे

    बाजार में इस बार किताबें खूब बिकी हैं। ग्रुप में छात्रों ने किताबें खरीदी हैं। पुस्तक दुकान वालों की मानें, तो छात्र आपस में चर्चा कर रहे हैं कि ग्रुप में एक जगह बैठकर परीक्षा दे देंगे।


    दो तीन किताबों को मिल बांटकर खरीद रहे हैं। छात्रों के पास आठ घंटे का समय होगा, पेपर जमा करने के लिए और किसी तरह की कोई मॉनिटरिंग नहीं होगी।


    तीन हजार ज्यादा देकर भी खुशी क्योंकि पास होने की गारंटी

    इस बार 1.82 लाख आवेदन मिले हैं। पिछली बार की तुलना में छात्रों की संख्या करीब 35 हजार अधिक है। छात्रों को अनुमान था कि इस बार भी परीक्षा ऑनलाइन मोड में होगी।


    इसलिए ऐसे-ऐसे छात्रों ने भी फार्म भरा जो लंबे समय से पढ़ाई छोड़ चुके थे। इतना ही नहीं, लेट फीस 3 हजार रुपए देकर भी परीक्षा में शामिल होने की होड़ मची रही।


    हैंडराइटिंग चेक कराएंगे

    परीक्षार्थियों को स्वयं उत्तर लिखना होगा। यदि किसी छात्र की शिकायत मिलती है तो हैंडराइटिंग चेक की जाएगी। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई भी होगी। हमें ऑनलाइन मोड में परीक्षा कराने का आदेश मिला है, इसे हम सही ढंग से पूरा करा रहे हैं।

    डॉ. गिरीशकांत पांडेय, कुलसचिव, रविवि​​​​​​​

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